जब 2009 में WhatsApp पहली बार बनाने के बाद फ़ोन में इस्तेमाल किया गया उस समय WhatsApp कई फ़ोन में क्रेश भी होने लगा, तो फिर से उसमें और बहुत सारे काम किये गए | उसके बाद एक और सबसे बड़ी समस्या आई कि लोगो के फ़ोन नंबर पर WhatsApp वेरिफिकेश कोड भेजने का, आपको बता देन कि WhatsApp शुरू से ही फ़ोन नंबर से ही इस्तेमाल किया जा रहा है | WhatsApp वेरिफिकेश कोड भेजने का सबसे बड़ी समस्या इसमें आई कि अलग-अलग देशों में वेरिफिकेश कोड भेजने सर्विस कंपनी कम्पनी बैंक अकाउंट से पैसे लेती थी, और सभी देशों में बैंक अकाउंट होने संभव नहीं था | आपको बता देन कि WhatsApp वेरिफिकेश कोड भेजने का पैसे उन्हीं के अकाउंट से लिया जाता था जिन्होंने WhatsApp बनाया था यानि जेन कोयुम (Jan Koum) के बैंक अकाउंट से पैसे लेते थे | अब 2010 में WhatsApp ने कुछ रेवन्यू कमाने लगा | उसके बाद 2011 में यह अमेरिका के टॉप एप्प के लिस्ट में सामिल हो गया | टॉप एप्प के लिस्ट में सामिल होने का सबसे बड़ा कारण था कि इसी साल में WhatsApp में कई नए फीचर भी डाले गए थे जैसे: दुसरे के पास फोटो भेजना और इंस्टेंट चैट इत्यादि | अब इस एप्प को लोगों ने काफी पसंद किया | आपको बता दें कि WhatsApp तैयार करने के बाद जेन कोयुम (Jan Koum) ने इसे लॉन्चिंग चुपचाप तरह से किया था, उन्होंने कोई भी विज्ञापन या मीडिया के द्वारा इसका कोई भी प्रचार नहीं कराया था | 2013 में WhatsApp चैट करने वाला सबसे पोपुलर एप्प बन गया, इस समय लगभग 200 मिलियन यानी 20 करोड़ लोग WhatsApp का इस्तेमाल करने लगें | 2014 में लोग इस एप्प इस्तेमाल करने वालों की संखिया सबसे तेजी से आगे बढ़ी और अगस्त महीने में ही लगभग 60 करोड़ लोग जुड़ गए थे, इस एप्प के चलने के बाद चीन की वी-चैट एप्प और जापान की लाइन ऐप जैसे कई एप्प अब बहुत पीछे हो गए | इस समय भारत में लगभग 6 करोड़ लोग WhatsApp इस्तेमाल करने लगें |
<<पीछे का भाग पढने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
<<पीछे का भाग पढने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये
आगे पढने के लिए यहाँ क्लिक कीजिये >>>