WhatsApp को उसी ने बनाया जिसने कभी पैसे की कमी होने के कारण WhatsApp में कुछ काम करने के बाद उसे छोड़ा चाहता था लेकिन यह उन दोनों दोस्तों कि आत्मविश्वास और मेहनत था जिसने उन्हें सफलता दिलवाई | एसा नहीं है कि उन्होंने आसानी से इस एप्प को बना लिया, इसके लिए उन्हें कई बार असफलता मिली वह नौकरी न लगने पर दुखी भी हुए, लेकिन उन्होंने अपनी नई उम्मीद के साथ फिर कुछ करने का सोचा | ज्यादातर लोग एक या दो बार असफलता मिलने के बाद दुखी रह जाते है और अपना आत्मविश्वास अपने अंदर छुपी क्षमता को भूल जाते है और वह सफल नहीं हो पाते हैं | सफलता प्राप्त करने के लिए आत्मविश्वास, मेहनत, अपने अंदर छुपी क्षमता को पचाना होता है और उसका सही इस्तेमाल करना बेहद जरुरी होता है, तभी एक दिन एसा आता है जब सफलता अपने आप हमारे पास आ ही जाती है | अब्दुल कलाम जी ने कहा है
“ इस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं हैं
हम वो सब कर सकते हैं, जो हम सोच सकते हैं,
और हम वो सब सोच सकते हैं, जो आज तक हमने कभी सोचा नहीं। “
यह लाइन इन दोनों दोस्तों के ऊपर बिलकुल भाति है |
आज यह दोनों दोस्त सिर्फ 55 लोगो के टीम के साथ पूरी दुनिया में WhatsApp चला रहें हैं | तो यह था WhatsApp बनाने वाले दोनों दोस्त की कामयाबी की जानकरी और WhatsApp का पोपुलर होने के राज | अगर आपको Rajkumarnews.com का यह पोस्ट पंसंद आया तो इसे अपने दोस्तों के साथ फेसबुक, ट्विटर, गूगल+ इत्यादि पर शेयर कीजिये, और नीचे Comment बॉक्स में लिखकर बताएं यह पोस्ट आपको कैसा लगा ?